झरिया: धनसार विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में मंगलवार को मासस समर्थक असंगठित मजदूरों ने करीब 5 घंटे तक कोयला का ट्रांसपोर्टिंग बंद रखा. इस दौरान बीसीसीएल प्रबंधन के

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झरिया: धनसार विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में मंगलवार को मासस समर्थक असंगठित मजदूरों ने करीब 5 घंटे तक कोयला का ट्रांसपोर्टिंग बंद रखा. इस दौरान बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया. असंगठित मजदूरों का आरोप था कि रात में कोयला ट्रांसपोर्टिंग के बहाने कोयले की अवैध तस्करी होती है. रात्रि में ट्रांसपोर्टिंग कंपनी का आदमी बताकर कई लग्जरी गाड़ी में हथियार से लैस लोग परियोजना पहुंचते हैं. वही सुबह असंगठित मजदूरों को मैनुअल ट्रक लोडिंग के लिए कोयला उपलब्ध नहीं रहता है. प्रबंधन असंगठित मजदूरों को पर्याप्त कोयला उपलब्ध कराएं. एक दिन पूर्व में रात्रि में कोयला ट्रांसपोर्टिंग नहीं करने की मांग पर असंगठित मजदूर नेता धर्म बाउरी ने ट्रांसपोर्टिंग को रोक दिया था. वह मामले की जानकारी पाकर मासस के कद्दावर नेता हरिप्रसाद पप्पू विश्वकर्मा प्रोजेक्ट पहुंचे. उन्होंने कहा कि गुरुदास चटर्जी की हत्या कोयला माफियाओं ने कर दी थी. लेकिन आज भी मासस माफिया तत्वों के खिलाफ आवाज उठाता रहा है. इस लड़ाई में हमें शहादत मंजूर है. लेकिन माफिया का विरोध समाप्त नहीं होगा. उन्होंने मजदूरों को ललकार ते हुए कहा कि गरीब मजदूरों के हक के लिए अगर जरूरत पड़ी तो माफियाओं के सीने में लाल झंडा गाड़ कर मजदूरों का हक निकालने का काम करेंगे. कहा कि विश्वकर्मा परियोजना की नीव लाल झंडा के संघर्ष पर बनी है. प्रयोजना में किसी माफिया की माफिया गिरी नहीं चलेगी. असंगठित मजदूर नेता धर्म बाउरी ने मजदूरों के हक के लिए आवाज उठाई है. अगर जरूरत पड़ी तो मासस के सभी समर्थक गोलबंद होकर आर पार की लड़ाई का शंखनाद करेंगे. उन्होंने बीसीसीएल के वरीय पदाधिकारियों से मांग किया है कि परियोजना में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज का जांच किया जाए. रात्रि में लग्जरी वाहन पर सवार लोग परियोजना में कैसे पहुंचे. ट्रांसपोर्टिंग रोके जाने की सूचना पाकर परियोजना प्रबंधक संजय कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने असंगठित मजदूरों से मांग पत्र लेकर पूरे मामले पर जांच करने की बात कही. वही असंगठित मजदूरों से वार्ता कर मामले का समाधान निकालने का आश्वासन दिया. मौके पर भगवान पासवान, धनेश्वर चौहान, रामसेवक चौहान, मनोज भुइया, गणेश हेंब्रम, सूरज हेंब्रम, फूलचंद भुइयां, दुखनी देवी, कलावती देवी, मीरा देवी, फुल मनी देवी, सुनैना कुमारी, तुलसी देवी, छुटकी देवी आदि थे.

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